
रायगढ़। मिली जानकारी के अनुसार मयंक मित्तल आत्महत्या मामले में पुलिस ने सटोरियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। जहां पुलिस को रिमांड मिल भी गया जहाँ एक कहावत है कि पुलिस रिमांड के बाद मुर्दे भी बोलना शुरू कर देते हैं अच्छे-अच्छे मुजरिमों के भी पुलिस रिमांड में पसीने छूटने लगते हैं और मुर्दों के सामान पुलिस जुर्म की पूरी कहानी बयां कर देते हैं वही मयंक मित्तल मामले में सटोरियों को पुलिस ने कोतवाली थाने में दिनाक 2 नवंबर को पूछताछ के लिए लाया गया था लेकिन सटोरिया के हाव भाव से ऐसा लग रहा है कि कोई महान कार्य करके कोतवाली थाने में बैठा हुआ हो जैसे कोई युद्ध लड़के विजय होकर आया हो ऐसे में सवालिया निशान तो बनता ही है कि जहां पुलिस रिमांड में अच्छे-अच्छे मुजरिमों की हवा गोल हो जाती है वहीं इस सटोरियों को इतनी शान से बैठकर पुलिस के जवानों से हंसते हुए बात करना समझ से परे है क्या सटोरियों और सटोरियों के आका को पुलिस का डर बिल्कुल नहीं है पुलिस कार्रवाई के बाद भी कोतवाली थाना क्षेत्र के अन्य-अन्य क्षेत्रों में सट्टा का खेल अभी जारी है हालांकि पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है लेकिन पुलिस की कार्रवाई अब तक के सटोरियों पर ना के बराबर साबित हो रही है।